उमराह (Umrah) इस्लाम में एक विशेष इबादत है जिसे मक्का में हज़रत काबा के पास अदा किया जाता है। इसका तरीका आसान है और यह साल में कभी भी किया जा सकता है। उमरा का तरीका चार मुख्य चरणों में बाँटा गया है: इहराम, तवाफ़, सई और बाल कटवाना या मुंडवाना.
उमरा का स्टेप-बाय-स्टेप तरीका
1. इहराम की हालत में प्रवेश
मीक़ात से पहले इहराम (विशेष कपड़े) पहनना।
नीयत (इरादा) करें कि "मैं उमरा करने का इरादा करता हूँ।"
नीयत के बाद ‘लब्बैक अल्लाहुम्मा लब्बैक’ (तलबिया) पढ़ें।
महिलाएं सामान्य कपड़े पहन सकती हैं, बस चेहरा और हाथ ढका न हो.
2. तवाफ़ (Tawaf)
मस्जिद-ए-हरम पहुँचकर काबा के सात चक्कर (घड़ी की उलटी दिशा में) लगाते हैं।
शुरुआत काले पत्थर (हजरे अस्वद) से होती है, हर चक्कर की शुरुआत वहीं से करें।
दुआएँ, तिलावत और ज़िक्र करते रहें।
3. सई (Safa और Marwah के बीच दौड़ना)
सफा पहाड़ी से शुरू करें और मरवा पहाड़ी तक जाएँ - ऐसे सात चक्कर (चार बार सफा की ओर, तीन बार मरवा की ओर) होते हैं।
सफा और मरवा के बीच जाने–आने के दौरान दुआएँ और अल्लाह का ज़िक्र करें.
4. बाल कटवाना या मुंडवाना
सई पूरी होने के बाद पुरुष सिर के बाल मुंडवाएँ या कतरवाएँ।
महिलाएँ अपने बालों का एक छोटा हिस्सा (लगभग एक उंगली जितना) काटें।
महत्वपूर्ण बातें और सुझाव
उमरा में संयम, इबादत और विनम्रता जरूरी है।
उमरा के लिए कोई समय सीमा नहीं है, यह साल में कभी भी किया जा सकता है।
पूरी प्रक्रिया के दौरान दुआएँ, तस्बीह और अल्लाह से माफ़ी माँगना चाहिए.
यह उमरा अदा करने का पूरा तरीका है, जिसे हर मुसलमान को आत्मिक शुद्धि और अल्लाह की नज़दीकी के लिए आज़माना चाहिए.
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